Saturday, 4 February 2017

वो तीसरा इंसान

हर मनुष्य के जीवन में माता और पिता के बाद कोई एक ऐसा इंसान होता है जो हर पल उसका साथ देता है , वो भाई-बहन हो सकता है, प्रेमी-प्रियसी हो सकता है,या कोई दोस्त या कोई रिश्तेदार , या कोई भी । वो इंसान हर पल आपके साथ होता है या तो प्रत्यक्ष या आपके दिल में , जिसके लिए आप ये कह सकते है कुछ भी हो जाये वो तो साथ है, ये इंसान आपको ( कभी ) धोखा नहीं देता , सारे लोग खिलाफ हो जाये लेकिन वो इंसान आपकी तरफ आपका हाथ थामे खड़ा रहता है । वो आपको हर तरह से मदद करता है , कभी आर्थिक तो कभी आपकी भावनाएँ समझ कर , वो इंसान आपके बिना बोले भी समझ जाता है की आपको किस चीज़ की ज़रूरत है । वो इंसान आपके सारे राज़ नहीं जानता लेकिन अपने सारे बता देता था ताकि आप अच्छा महसूस करें ।

मज़े की बात ये है की आज के दौर में कोई आपको पानी भी पिलाएगा तो सोचेगा मेरा स्वार्थ क्या है लेकिन वो इंसान आपके लिए खुशी खुशी जान भी दे देगा बिना कुछ माँगे , अपनी आत्मा के अंदर हम सब जानते है की वो इंसान कौन है हमारे जीवन में ,हमारी सबसे बड़ी मूर्खता ये है की हम उसी इंसान को सबसे ज़्यादा नज़रअंदाज़ करते है,और आखिर में वक़्त की ताकत से और प्रकर्ति के जादू से वो आपसे अलग हो जाता है , उसके अलग होने पर बिल्कुल वेसा लगता है जैसे आपकी आत्मा निकाल ली हो और कहा जाये की अब जियो ।

मेरा आपसे निवेदन है की आज उन्हें बताएँ की वो कितने महत्वपूर्ण है, और आपके जीवन में उन्होंने कहाँ कहाँ आपका साथ दिया , मेरी बात मानिए उनके लिए यही सबसे बड़ा तौफा होगा की आपको सब याद है ।

धन्यवाद ।

- तनोज दाधीच

2 comments:

  1. Thanks for being a motivation for me, your blog inspire a lot.

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